एंबुलेंस चालक व सहायक की लापरवाही से गर्भवती महिला की मौत, 100 रुपये की ली रिश्वत, जाँच में पाया गया दोषीतबादले के बाद शिकायतकर्ता को एसएमएस भेजकर दे रहा है गंदी गंदी जतिसूचक गाली व जान से मारने की धमकी एंबुलेंस सहायक ने शिकायतकर्ता को एसएमएस भेजकर गर्भवती महिला की मारना किया क़बूलएंबुलेंस चालक, सहायक अंशुल यादव व नीरज यादव के विरुद्ध थाना सिविल लाइन पुलिस को की गई शिकायत पुलिस से शिकायत करने पर पुलिस को भी दी गई गालियाँ, जाँच करने में जुटी सिविल लाइन थाना पुलिस (सुघर सिंह ) इटावा। इटावा के जिला अस्पताल में भर्ती कराई गई गर्भवती महिला की हालत बिगड़ने पर जब ए०एल०एस० एबुलेंस को फोन किया गया तो चालक काफी देर में एंबुलेंस लेकर आया और मरीज के तीमारदार से विवाद किया। काफी देर बाद एंबुलेंस को लेकर सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी पहुंचा जहां डॉक्टर ने गर्भवती महिला को मृत घोषित कर दिया उसके बाद भी एंबुलेंस सहायक ने मरीज के तीमारदार से पैसों की मांग की पैसे न होने पर 100 रुपये पेटीएम करवा लिए जब इसकी शिकायत लखनऊ की गई तो एंबुलेंस कर्मी को जांच में दोषी पाया गया और उसका तबादला जनपद फतेहपुर कर दिया गया। तबादला से खिसियाकर एंबुलेंस कर्मी अब शिकायतकर्ता को एसएमएस करके गंदी गंदी जतिसूचक गाली व जान से मारने की धमकी दे रहा है। इसकी शिकायत सिविल लाइन पुलिस को की गई है। प्राप्त समाचार के अनुसार दुर्गेश कुमार जाटव पुत्र बेचेलाल ग्राम छोटा नगला बाबा कचौरा रोड थाना सिविल लाइन जनपद इटावा ने बताया कि मेरे भाई अरविंद कुमार की पत्नी कविता देवी गर्भवती थी जिसे 108 एंबुलेंस के माध्यम से दिनांक 18 जून को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां तबीयत बिगड़ने पर वहां के डॉक्टरों ने सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के लिए रेफर कर दिया इसके बाद मेरे द्वारा मरीज को सैफई ले जाने के लिए एएलएस एंबुलेंस को फोन किया गया जिस पर एंबुलेंस चालक काफ़ी देर बाद आया और आते ही अभद्रता की और झगड़ा करने पर उतारू हो गया। जिससे काफी देर हो गई। उसके बाद मेरे मरीज को लेकर सैफई पहुंचा मरीज़ को उतारने के बाद एंबुलेंस सहायक अंशुल यादव ने मुझसे 500 रुपये माँगे मैंने कहा कि मेरे पास नहीं है तो बहुत दबाव बनाया तो मैंने पेटीएम से 100 रुपये भेज दिये। तब तक मेरे मरीज की जान जा चुकी थी।एंबुलेंस चालक व सहायक की लापरवाही से मरीज की जान गई है। जब एंबुलेंस के सेंटर से मेरे पास फीडबैक के लिए फोन आया तो मैंने पूरी व्यथा कही। जिस पर जांच करने के लिए टीम गठित की गई टीम गठित होने पर जांच हुई तो जांच में एंबुलेंस सहायक दोषी पाया गया तो उसे फतेहपुर ट्रांसफर करके भेज दिया गया ।दुर्गेश कुमार ने बताया कि 7 जुलाई शुक्रवार को समय 10:45 बजे एक अनजान नंबर 8439005490 से मेरे मोबाइल नंबर 95572 79183 व्हाट्सएप पर मैसेज आया उस पर खुशबू नाम लिखा था और महिला की फोटो लगी थी।उससे मुझे गंदी गंदी जातिसूचक गालियां व जान से मारने की धमकी दी गई और बोला कि जैसे तेरी भाभी को मारा है वैसे ही तुझे भी मार देंगे। इस एंबुलेंस सहायक का एक रिश्तेदार सराय एसर निवासी नीरज पुत्र बृजेश यादव ने मोबाइल नंबर से फोन करके मिलने के लिए घर नगला बाबा आया और घर आकर मां बहन की गंदी गंदी जातिसूचक गाली देते हुए जान से मारने की धमकी दी। उसने बताया कि एंबुलेंस का सहायक अंशुल यादव मेरा रिश्तेदार है अगर उसके कुछ हुआ तो तुझे जिंदा नहीं छोड़ेंगे और तेरा गांव में रहना मुश्किल कर देंगे। दुर्गेश कुमार ने एंबुलेंस चालक, एंबुलेंस सहायक अंशुल यादव व उसके रिश्तेदार सरायएसर निवासी नीरज यादव के विरुद्ध थाना सिविल लाइन में मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी है।

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