बैंक मैनेजरों की मिलीभगत से ₹220000 का बड़ा गमन

कुंदरकी मुरादाबाद। कुंदरकी निवासी शाहिद हुसैन ने अपने खाते में ₹220000 पंजाब नेशनल बैंक में उनका अकाउंट है उसमें किसी कर्जदार से डलवाए थे 2 दिन बाद शाहिद की पत्नी बैंक में पैसा लेने पहुंची तो मैनेजर ने साफ मना कर दिया कि आपका खाता बंद है पैसा नहीं दिया जाएगा जबकि आज मैनेजर अपने बयान में बोल रहे हैं कि 2 तारीख को यानी 5 दिन बाद बैंक ऑफ बड़ौदा ने लेटर जारी किया शाहिद के अकाउंट में गलत तरीके से पैसे पहुंच गए हैं उसे उसी खाते में वापस कर दिए जाएं

लेकिन सबसे बड़ा फ्रॉड यह है कि पैसा उस खाते में वापस नहीं कराए गए किसी अन्य खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिया गये उसी बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर साहब एप्लीकेशन में जो आरटीजीएस नंबर लिख रहे हैं उसमें और मैसेज में जो आरटीजीएस नंबर आया है बहुत डिफरेंस है वही बता दें यूटीआर नंबर मैं भी बड़ा डिफरेंस है एप्लीकेशन में उन्होंने कोई और नंबर दर्शाया है और आज किसी और नंबर से पेमेंट ट्रांसफर हुआ है जबकि खाताधारक शाहिद हुसैन आगरा में है और यह खाता उनका कुंदरकी में चल रहा है यानी दोनों बैंक मैनेजरों की मिलीभगत से यह बड़ा गमन हुआ शाहिद के खाते से ₹220000 किसी अन्य खाते में भेज दिए गएबैंक मैनेजरों की मिलीभगत से ₹220000 शाहिद हुसैन के अकाउंट से निकाल लिए गए हम आपको बता दें शाहिद हुसैन का खाता पंजाब नेशनल बैंक कुंदरकी में है जिसमें खाता नंबर 7326000100085059 है और जिस खाते से बैंक में पैसे आए वह खाता नंबर है 780 29 020 0000033 यह 27 फरवरी के लिए पेमेंट आया दोपहर में 220000 जिसके बिल वाउचर भी शाहिद हुसैन के पास हैं जिस आरटीजीएस और यू टी आर से पैसे आए उनमें और आज जिस आरटीजीएस और यू टी आर से पैसे भेजे गए हैं उसमें और उस अकाउंट में बड़ा डिफरेंस है वह किसी और के खाते में पैसा आज भेज दिया गया है सिर्फ यह कहकर कि गलत तरीके से पैसा आ गया था हवाला कारोबारी से मिले हुए मैनेजर अपना कमीशन ना मिलने के कारण बौखला उठे और एक सीधे साधे इंसान के खाते से रुपया निकाल लिया बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर नहीं तो कोई जवाब दे पा रहे हैं और कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है इससे प्रतीत होता है के मैनेजर हवाला कारोबारी से मिले हुए हैं इसीलिए वह किसी हवाला कारोबारी के अकाउंट में शाहिद के पैसे भेज दिए अब देखना होगा की बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब नेशनल बैंक के महाप्रबंधक इन भ्रष्ट मैनेजर पर क्या कार्रवाई करते हैं पीड़ित शाहिद हुसैन ने मुरादाबाद जिला अधिकारी और एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई है आखिर सबसे बड़ा सवाल यह है कि 5 दिन के बाद बैंक मैनेजर को होश क्यों आया उसी दिन पैसे ट्रांसफर क्यों नहीं कराए गए

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