*रियलिटी चेक: फर्जी मदरसों के नाम पर सरकारी मदद डकार रहे माफिया*!लखनऊ। ग्राउंड जीरो पर जाकर ऐसे मदरसों का रियलिटी चेक किया जाए , जो सरकार की मान्यता प्राप्त लिस्ट में तो शामिल हैं, लेकिन जिनका जमीन पर कहीं कोई वजूद नहीं है.और तो और कुछ के मानक ही नहीं है।कुछ मदरसों मे तो सिर्फ 4 ही बच्चों को शिक्षा दी जाती है। जिसमे मदरसा अल फरोग ककराला में मदरसा इकरा ककराला दोनो मदरसों मे फर्जीवाड़ा बड़े पैमाने पर होता है। कक्षा 10 तक मान्यता प्राप्त है और कमरे एक। शेखूपुर के भाजपा विधायक धर्मेंद्र शाक्य ने 9 मार्च 2018 को डीएम दिनेश कुमार सिंह को शिकायत दी थी। आरोप था कि सरकारी योजनाओं की धनराशि लोगों तक नहीं पहुंच रही है। डीएम ने इसे गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश भी दिए थे। संयुक्त आयुक्त एवं संयुक्त निबंधक सहकारिता बरेली को जांच मिली थी। इसके बाद जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, की जांच कराई गई। जांच में पता चला कि अल्पसंख्यक विभाग के अधिकारी और मदरसों के प्रबंधक एक गिरोह के रूप में काम कर रहे थे। मिलकर 2,47,79,723 रुपये का गबन कर लिया। इसकी जांच आख्या के आधार पर डीएम दिनेश कुमार सिंह ने सभी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश भी दिए थे । संयुक्त आयुक्त एवं संयुक्त निबंधक सहकारिता बरेली जल्द ही टीम मदरसों की आख्या देगी