ग्वालियर। अंचल में कड़ाके की ठंड का दौर जारी है। इसी बीच बुधवार को हुई बारिश ने ठिठुरन और बढ़ा दी है। बुधवार की सुबह शहर में झमाझम बारिश देखने को मिली। तेज बारिश के चलते शहर की सड़कें जलमग्न नजर आने लगी थीं। इसके साथ ही बारिश रुकने के बाद भी कोहरा और घने बादलों का साया छाया रहा। मौसम वैज्ञानिक प्रसून पूरबार ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के चलते यह असर देखने को मिल रहा है। इसी के चलते ग्वालियर में मंगलवार को भी सुबह हल्की बूंदाबांदी देखने को मिली थी। वही चंबल के भिंड जिले में आज सुबह बारिश के साथ ओले भी गिरे है।

बिगड़े मौसम से बढ़ी ठंड

चंबल और भिंड में दिनभर बादल भी छाए रहे। तापमान में भी खासा अंतर देखने को मिला था। इस दौरान लगभग 4 डिग्री सेल्सियस का तापमान में अंतर देखा गया। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते इसका असर जनवरी के अंत तक देखने को मिलता रहेगा। मौसम का असर ग्वालियर सहित अंचल में देखने को मिल रहा है। जिसके चलते अंचल में ठंड निरंतर बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर का अधिकतम तापमान 23.4 डिग्री और न्यूनतम तापमान 12.4 डिग्री दर्ज किया गया। बुधवार को ग्वालियर में सुबह 11.8 एमएम बारिश दर्ज की गई। वही सुबह का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मावठ की बारिश से किसानों का होगा फायदा

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि सर्दी की इस बारिश से किसानों को खासा फायदा होगा। फसलों को भी लाभ होगा, यह पानी फसलों के लिए बेहद लाभकारी है। जिसे मावठ भी कहा जाता है। जिससे फसलों की सिंचाई पर भी काफी असर पड़ेगा। गौरतलब है कि अभी ग्वालियर-चंबल अंचल में बादल छाए हुए हैं। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार अगले 48 घंटों में बारिश का अनुमान है। पश्चिमी विक्षोभ के असर से 3 दिन से ग्वालियर चंबल अंचल में बादल डेरा डाले हुए हैं और यही कारण है कि बीती रात से आज अंचल में बारिश का दौर जारी है और रुक-रुक कर बारिश हो रही है।

शिव कुमार संवाददाता दैनिक अच्छी खबर मध्य प्रदेश

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