रिसौली( पत्रकार आकाशदीप सिंह ) देश में पढ़ाई करने के। बाद भी रोजगार नहीं, मगर संगीत एक ऐसा क्षेत्र है अगर व्यक्ति कम पढ़ा लिखा है और उसको ढोलक हरमोनियम,पैड, गायन,आता है तो बह अच्छा रोजगार कर सकता है,बस उसे एक बर्ष तक किसी उस्ताद से प्रेरणा लेनी है, उसे कोई मार्कसीट नहीं दिखाना है, अगर संस्कृति विभाग देहात शहरी क्षेत्रों के संगीत कलाकारों को, संगीत यंत्र खरीदने में सहयोग करे तो देहात शहरी क्षेत्रों में रोजगार के अपार संभावनाएं हैं, इस क्षेत्र में न रिश्वत,न शिफारिश,बस लगन, और रियाज की जरूरत है वैसे योगी सरकार में संस्कृति राज्य मंत्री जयवीर सिंह ने कुछ दिनों पूर्व प्रत्येक गांव की कीर्तन मंडली की सूची बनाने के निर्देश दिए थे मगर उस पर अभी तक अमल शुरू नहीं हुआ है,,, शासन को गांव के कलाकारों की भी मदद करना चाहिए, संगीत में जाति विरादरी नहीं है हर वर्ग के लोग जुड़े हैं