धार: धार में संस्कृति विभाग मध्यप्रदेश शासन और नर्मदा साहित्य मंथन मालवा के द्वारा राजा भोज के जीवन काल में उनके सामाजिक एवं वास्तुशिल्प के योगदान पर केंद्रित तीन दिनी प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है धार के पीजी कॉलेज के ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम उत्तराखंड के महामहिम राज्यपाल गुरमीत सिंह और मध्यप्रदेश शासन की पर्यटन संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर शामिल हुई।

उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह ने अपने विचार रखे

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मध्य क्षेत्र के प्रांत संघ चालक अशोक सोहनी, मालवा प्रांत के कार्यवाह विनीत नवाथे और नर्मदा साहित्य मंथन के संयोजक डॉ. मुकेश मोद की मौजूदगी में उद्घाटन किया गया। अश्विनी शोध संस्थान महोदपुर के संस्थापक अध्यक्ष रामचंद्र ठाकुर द्वारा संयोजित इस प्रदर्शनी में राजा भोज के वास्तु नगर नियोजन, मंदिर नियोजन, नाट्य, विमानन शास्त्र से लेकर उनके काल के शस्त्र औजार भी प्रदर्शित किए गए हैं। उनके काल में प्रचलित स्वर्ण मुद्राएं शामिल हैं। आज सत्र में उत्तराखंड के राज्यपाल व रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने आंतरिक सुरक्षा, चुनौतियों और समाधान विषय पर अपने विचार रखें भोजपर्व में मालवा प्रांत के दर्शकों को 1000 से अधिक साहित्यकार और विचारकों के विचार देखने सुनने को मिलेंगे।

समाज के लिए कार्य करना एक महानता

उत्तराखण्ड के राज्यपाल रिटा. लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने आंतरिक सुरक्षा, चुनौतियों और समाधान विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि राष्ट्र और समाज के लिए कार्य करना एक महान कार्य है। आज जहां लोग अपने परिवार से बाहर नहीं सोच पा रहे ऐसी स्थिति में जब युवा, साहित्यकार और विचारक साहित्य मंथन जैसे आयोजनों के माध्यम से राष्ट्र की सुरक्षा जैसे विषयों से जुड़ता है तो मुझे विश्वास हैं उस देश का कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।

भारतीय पहचानें अपनी शक्ति

गलवान घाटी हमले के बाद जिस प्रकार पूरे देश ने एकजुटता दिखाई है, वह प्रशंसा और गर्व करने लायक है. भारत का बार्डर को लेकर क्लियर कॉन्सेप्ट हैं कि, मेकमोहन रेखा तक देश हमारा है. भारत के लोगों को अपनी शक्ति को पहचानना होगा। पूरा विश्व जानता है कि हम आत्मविश्वास से भरी शक्ति हैं, लेकिन दुर्भाग्य है कि हम अपने ऊपर ही विश्वास नहीं करते।

वास्तुकला से संबंधित चित्र व महत्वपूर्ण आलेख भी प्रदर्शनी में दिखाई देंगे

धार जिले के साथ-साथ मालवा-निमाड़ क्षेत्र के लिए यह पहला अवसर है जब राजा भोज के नगर नियोजन, वास्तुशिल्प मंदिर शिल्प, मुद्रा और शस्त्र सहित विभिन्न विषय केंद्रित प्रदर्शनी का आयोजन एक साथ हो रहा है। राजा भोज द्वारा वर्णित मंदिर शिल्प के आधार पर बने मंदिर और उनसे जुड़े वास्तुकला से संबंधित चित्र एवं महत्वपूर्ण आलेख भी प्रदर्शनी में दिखाई देंगे।

शिव कुमार संवाददाता दैनिक अच्छी खबर मध्य प्रदेश

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *