आसफपुर#खबर का असर गत दिनों प्रकाशित आसफपुर गौशाला की जमीन पर अवैध कब्जे की खबर को संज्ञान में लेते हुए बिसौली तहसीलदार अशोक कुमार सैनी मंगलवार को आसफपुर पहुँच गए। गौशाला के बराबर की सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा देखकर तहसीलदार भड़क गए। उन्होंने जब लेखपाल प्रेमशंकर मिश्रा से इस बाबत जानकारी ली तो वो कुछ स्पष्ट जबाब नहीं दे सके। नाराज तहसीलदार ने लेखपाल को फटकार लगाई और ग्रामीणों से कब्जा धारक का नाम पूछकर उसे मौके पर बुलवाया। जब अभिलेखों का परीक्षण किया गया तो पता चला कि गौशाला की भूमि गाटा संख्या 1669 के कुल क्षेत्रफल 0.984 हे0 में से 0.907 हे0 भूमि पर कब्जाधारकों ने अवैध ढंग से कब्जा कर रखा है। तहसीलदार अशोक सैनी को इसमें से 0.350 हे0 भूमि पर सरसों बोई हुई मिली जिसपर ग्राम के ही सुरेन्द्र सिंह राठौर पुत्र सुरेश चंद्र का अवैध कब्जा था। शेष जमीन पर ग्राम के ही हीरालाल जाटव व अन्य ने मिलकर कब्जा कर रखा था। तहसीलदार ने जब उक्त लोगों से उनके कब्जे संबधी अभिलेख मांगे तो सब बगलें झांकने लगे। इसपर तहसीलदार ने कड़े तेवर अख्तियार करते हुए लेखपाल को सभी कब्जाधारकों के लिए नोटिस जारी करने के आदेश दिए। मौके पर ही सभी कब्जाधारकों को तीन दिन के अंदर भूमि खाली करने का लिखित आदेश उनके हस्ताक्षर कराकर जारी कर दिया गया। उन्होंने कब्जाधारकों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि तीन दिन के अंदर कब्जा नहीं हटा तो फिर से मौके का मुआयना किया जाएगा एवं सभी के खिलाफ धारा 67/1 की कार्यवाही करने के साथ जुर्माना बसूल किया जाएगा। प्रधान शिवजीत के मीटिंग में होने के कारण उन्होंने ग्राम प्रधान के भाई संजीत सागर को कब्जामुक्त की गयी भूमि पर चारा बोने के निर्देश दिये जिससे गौशाला में पल रहे गौवंशो को हरा चारा उपलब्ध हो सके। तहसीलदार अशोक कुमार ने इसके बाद गांव आसफपुर की गौशाला का भी निरीक्षण किया जहां अव्यवस्थाओं को पाए जाने पर उन्होंने ग्राम प्रधान शिवजीत सागर और सचिव स्वर्णकेश को जल्द से जल्द व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए। तहसीलदार के आसफपुर दौरे से अवैध कब्जाधारकों में हड़कम्प की स्थिति बनी रही। उन्होंने गांव के सभी ग्रामीणों से अपील की कि किसी भी सरकारी भूमि पर कोई कब्जा मिले तो उनको व्यक्तिगत रूप से सूचित कर सकते हैं। किसी भी अवैध कब्जाधारक को बख्शा नहीं जाएगा।