मध्य प्रदेश के भिण्ड जिले के तहसील गोहद में मनरेगा योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। यहां फर्जी विकास कार्य दिखाकर लाखों रुपये का भुगतान करने का मामला सामने आया है। ग्राम पंचायत खुर्द में तत्कालीन सरपंच, सचिव एवं ग्राम रोजगार सहायक के द्वारा मनरेगा योजना सहित अन्य योजनाओं में कूटरचित दस्तावेज तैयार कर करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ से शिकायती पत्र के माध्यम से की शिकायत।
शिकायतकर्ता संदीप गौर ने पंचायत में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए बताया कि बताया कि तत्कालीन सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक सचिव ने स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत शासन द्वारा संचालित समस्त योजनाओं एवं मनरेगा के तहत टीनशेड एवं, मेंढबधान, नाला निर्माण, सुदूर सम्पर्क सड़क, तालाब निर्माण व शांतिधाम जैसी योजनाओं में फर्जी दस्तावेज तैयार कर करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार किया जा रहा है। जिसको लेकर उसने कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ से शिकायत कर जांच उपरांत दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
गोहद विधायक मेवाराम जाटव ने भी शासन प्रशासन पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि गोहद जनपद की पंचायतों में भ्रष्टाचार करने के लिए ठेका से कार्य कराया जा रहा है जिसको लेकर उन्होंने विधानसभा में भी प्रश्न लगाया है।
शिव कुमार संवाददाता दैनिक अच्छी खबर मध्य प्रदेश