बदायॅू में फर्जी मदरसों की भरमार आखिर कैसे हो गया इन मदरसों का आधुनीकरण
बदायॅू में लगभग 75 मदरसे आधुनीकी करण में मान्यता लिए हुए हैं लेकिन इन मदरसों के पास न ही बिल्डिंग है और न ही स्टाफ और न ही छात्र तो फिर सबाल यह उठता है कि आखिर कैसे यह मदरसे आधुनीकीकरण हो गये। क्या अधिकारियों को सिर्फ पैसा ही दिखता है बच्चों का भविश्य नहीं
आज हम बात कर रहे हैं सिकरोडी में बने फैजुल उलूम मदरसे ही जी हां इस मदरसे पर मानक के अनुसार बिल्डिंग और स्टाफ नहीं है फिर भी यह मदरसा आधुनिकीकरण का लाभ ले रहा है आज मदरसा बंद पाया गया दिन के ग्यारह बजे मदरसा बंद था जब हमारी टीम वहां पहुॅची । लोगों के अनुसार मदरसे मे ंएक अध्यापिका है वह भी कभी कभी मदरसे को खोलती है लेकिन मदरसे में तीन अध्यापकों का मानदेय लिया जा रहा है। बढा घोटाला है बदायॅू के मदरसों में लेकिन कोई कार्रवाही करने बाला नहीं है। ऐसे ही शेखुपुर में भी दो मदरसे हैं वह भी दिखावा के लिए चलाये जा रहे है। बच्चे इनके पास भी नहीं फरीदी मदरसे में तो एक बच्चा और एक पढाने बाला मिला आश्चर्य है इन मदरसों को मान्यता देने बालों पर

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