नगर पंचायत सैदपुर से चुनाव लड़ रहे एक चेयरमैन प्रत्याशी जो पूर्व में चेयरमैन रह चुके हैं उन पर नगर पंचायत में कई घोटालों को लेकर कार्रवाई हुई जिसका ईओ और चेयरमैन के खिलाफ विजिलेंस टीम ने केस भी दर्ज किया था जो आज भी विचाराधीन है इन घोटालों को लेकर आज जनता के बीच में जा रहे हैं तो जनता आश्वासन तो दे रही है लेकिन वह पुराने कार्यकाल को भी याद कर रही है आपको बता दें जिस मामले को लेकर विजिलेंस की टीम ने मुकदमा दर्ज किया था वह वाटर टैंकर की खरीद और निर्माण कार्य में हुए भ्रष्टाचार के मामले में विजिलेंस ने सैदपुर नगर पंचायत के तत्कालीन चेयरमैन इशरत अली खान अधिशासी अधिकारी संजय जयसवाल लिपिक जितेंद्र कुमार स्टाक रजिस्टर व कर्मचारी मोहम्मद हनीफ अधिशासी अधिकारी द्वारका प्रसाद और भूप राम वर्मा के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की थी विजिलेंस ने शासन के निर्देश पर इस प्रकरण की जांच की थी जिसमें आरोप सही पाए गए आरोपियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की गई इसकी विवेचना शासन के लिए भेज दी गई है और शासन ने एफ आई आर दर्ज करने के आदेश दिए जिसमें विजिलेंस के बरेली सेक्टर में केस दर्ज कर लिया है यह मामला अभी विचाराधीन है सन दो हजार अट्ठारह का मामला था इसमें यह कार्रवाई हुई है प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतर चुके हैं झूठ बोलकर जनता का वोट अपने लिए चाहते हैं हालांकि नगर में इनका वोट बैलेंस काफी है चुनाव प्रचार के मद्देनजर जनता को तरह-तरह से वादा कर लुभा रहे हैं लेकिन सवाल यह उठता है कि जनता यह भूल गई जिस तरह से उन्होंने पहले भ्रष्टाचार किया था क्या अब दोबारा नहीं करेंगे यह बड़ा सवाल बना हुआ है हालांकि इशरत अली चेयरमैन का सैदपुर में रुझान अच्छा दिखाई दे रहा है नगर वासियों ने शिकायत की है के जिस प्रत्याशी पर पहले केस दर्ज हो चुका है अब हम उन पर कैसे विश्वास करें कि नगर को साफ सुथरा विकसित करेंगे यहां यह भी बता दें इशरत अली पूर्व चेयरमैन ने अभी भाजपा से भी टिकट मांगा था जो टिकट बिकार का हुआ उन्हें नहीं मिला तो उन्होंने अब मन बना लिया है की जनता अगर उन्हें जिताती है तो वह भाजपा में चले जाएंगे उन्होंने हमें दिए इंटरव्यू में साफ कहा कि वह जीतने के बाद भाजपा का दामन थामेंगे तभी विकास होगा