स्वास्थ्य विभाग ने झोलाछाप डॉक्टरों पर कसा शिकंजा

अबैध छह क्लीनिक व पांच अस्पताल पर हुई कार्यवाही
मैनपुरी, जनपद के बेवर थाना क्षेत्र में स्वास्थय विभाग की अनदेखी से झोलाछाप डॉक्टर मरीजों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं कस्बा बेवर के ग्रामीण क्षेत्रों में भी ये झोलाछाप डॉक्टर अपनी दुकान कुकरमुत्तों की तरह सजाए बैठे हैं गलत उपचार से बीमार लोगों की आए दिन लगातार मौतें हो रहीं हैं लेकिन विभाग द्वारा कोई कार्यवाही न होने से इन झोलाछाप चिकित्सकों के हौसले बुलंद है ना कोई डिग्री ना कोई डिप्लोमा फिर भी अपनी क्लीनिक व अस्पताल खोलकर मरीजों का उपचार करते आते है बीते शाम को झोलाछाप डॉक्टर द्वारा गलत उपचार करने से ग्राम नगला राम सिंह निवासी पंकज यादव का 8 वर्षीय पुत्र मयंक की मौत हो गई 4 दिन पहले नगला केहरी निवासी अजेंद्र कुमार की झोलाछाप डॉक्टर के उपचार से मौत हुई है वही 4 माह पहले भी नगला दिलीप की महिला शीला देवी की भी उपचार के मौत हुई है मामला उजागर होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद टूटी है और जिलाधिकारी के आदेश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसी गुप्ता के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने झोलाछाप डॉक्टर पर छापामार अभियान चलाया गया। जिसके चलते आज स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जनपद मैनपुरी के कस्बा बेवर पहुंची है जहां गलत उपचार करने वाले डाक्टर आदेश कुमार के क्लिनिक को सीज कर नोटिस चश्पा किया है, इसके अलावा गांव खजुरिया में होम्योपैथिक सेंटर पर छापा मारा तो वह मौजूद डॉक्टर राजेश होम्योपैथिक की आड़ में एलोपैथिक का उपचार करते पाया गया है , मौक़े पर बरामद एलोपैथिक दवाइयां को शील किया गया, इसके अलावा कस्बा वेवर और गांव मानपुर हरी में छापामार कार्रवाई की गई इस कार्रवाई के दौरान पांच प्राइवेट अस्पताल के अलावा 6 क्लीनिक सीज किए गए हैं झोला छाप डॉक्टर पर स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई के चलते चोला छाप डॉक्टर में हड़कंप मचा हुआ है

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