'यमराज' बनकर दौड़ रहीं तेज रफ्तार प्राइवेट बसें

तेज रफ्तार व कानफोड़ू हॉर्न से भयभीत वाहन चालक (एस. अम्माद अली),
मुरादाबाद। लगातार सड़कों पर डग्गामार प्राइवेट बसें हादसों को अंजाम दे रही हैं। इनकी तेज रफ्तार व कानफोड़ू हॉर्न से सड़क पर चलने वाले वाहन चालक भयभीत हो जाते है। और इन तेज रफ्तार बसों को रास्ता देने के लिए सड़क किनारे तक खड़े हो जाते हैं। सड़कों पर चलने वाली इन प्राइवेट बसों की रफ्तार इतनी तेज होती है कि लोग इनसे घबरा जाते है। लेकिन आरटीओ व ट्रैफिक महकमें का इस और कोई ध्यान नहीं है जबकि यह कहना गलत नहीं होगा जिस तरह तेज रफ्तार बसे हादसे को अंजाम दे रही हैं। यह सड़कों पर यमराज बनाकर दौड़ रही है क्योंकि आए दिन इनकी चपेट में आकर कोई ना कोई वाहन चालक अकाल मौत के काल में समा जाता है। जनपद की लगभग चारों दिशाओं में इन प्राइवेट बसों का आतंक जारी है। संभल रोड, बिलारी रोड, ठाकुरद्वारा रोड, काशीपुर रामनगर की सड़कों पर प्राइवेट बसों का बहुतायात संख्या में चलन है। यह प्राइवेट बसें अपने अड्डों से नंबरों के हिसाब से चलती हैं जो अड्डे पर पहले आएगा उसके आधार पर ही पहले नंबर पर उसकी रवानगी होगी। इसी तरह पहले नंबर आने की जद्दोजहद में यह वाहन चालक बसों को तेज रफ्तार से दौड़ाते हैं ताकि पीछे आ रही बस इससे आगे ना निकल जाए और यह पीछे ना छूट जाए। इस तरह आगे निकलने की होड़ में यह बस चालक वाहन को तेज रफ्तार से दौड़ाते हैं। यही नहीं बस के आगे चल रहे अन्य वाहनों को हटाने के लिए यह तेज प्रेशर हॉर्न का इस्तेमाल करते हैं। जिसकी आवाज इतनी तेज होती है कि अचानक पीछे से बजने के कारण आगे चल रहा वाहन चालक घबरा जाता है और इसी घबराहट में साइड देने के चक्कर में यह बस की चपेट में आकर दुर्घटनाग्रस्त हो जाता है। इन तेज रफ्तार बसों पर आरटीओ महकमें की कोई कार्यवाही नहीं हो रही। जबकि प्राइवेट वाहनों पर हमेशा आरटीओ व ट्रैफिक महकमे की कार्यवाही की तलवार लटकी रहती है। लेकिन यह जो प्राइवेट डग्गामार बसे लगातार हादसों को अंजाम दे रही हैं इन पर कोई कार्रवाई नहीं किया जाना आरटीओ की मिली भगत की ओर इशारा कर रहा है।

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