मुख्यमंत्री के आदेशों को पलीता लगा रहा है जसवंतनगर थाने के दरोगा कमल किशोर शर्मा

 


जसवन्तनगर में 100 से अधिक डबलडेकर बिना परमिट अवैध बसों का महीनाबन्दी लेकर दरोगा कमल किशोर शर्मा करा रहे संचालन 


मुख्यमंत्री के आदेशों को पलीता लगा रहा है जसवंतनगर थाने के दरोगा कमल किशोर शर्मा


35 की जगह बसों में भरी जाती है 100 सवारियां, बसों में अग्निशमन का कोई इंतजाम नही, थाना जसवन्तनगर का दरोगा बस मालिकों पर मेहरवान 


इटावा। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों को थाना जसवंतनगर के दरोगा कमल किशोर शर्मा पलीता लगा रहे है। दरोगा के संरक्षण में 100 से अधिक डबल डेकर डग्गामार बसों से प्रति महीना आर्थिक लाभ लेकर अवैध बसों का संचालन कराया जा रहा है। 


 डबल डेकर बसें जसवंतनगर चौराहे से भरी जाती हैं इन बसों के कारण जसवंतनगर चौराहे पर आए दिन जाम की स्थिति रहती है और कई बार लड़ाई झगड़े की नौबत ही आ चुकी है। रात में लंबी लाइन इन बसों की लगी रहती है इन बसों में 35 की जगह 100 से ज्यादा सवारियां भरी जाती हैं वहीं सुरक्षा के कोई मानक इन बसों में मौजूद नहीं रहते हैं। प्रदेश में आए दिन डबल डेकर बसे दुर्घटना की शिकार हो रही है बस में आग लगने की घटनाएं भी हुई है लेकिन उसके बाबजूद भी सुरक्षा मानकों को परे रखकर दरोगा जी की मेहरवानी से वसों का संचालन जारी है। 


इन बसों में सीटों के फुल होने के बाद बस की गैलरी में भी सवारियां बैठाई जाती हैं। बस जसवन्तनगर चौराहे पर काफी देर तक रूकती हैं बसों के खड़े होने से जाम भी लगा रहता है। जसवंतनगर चौराहे पर कई ट्रेवल एजेंट शाम होते ही अपनी दुकानें सजा लेते है जो रात 2 बजे तक खुली रहती है। यहां बलिया, बनारस, लखनऊ, कानपुर, बिहार व इटावा से 100 से अधिक बस का संचालन होता है। बस ट्रेवल्स के मालिक खुद आकर पुलिस से सेटिंग करते है और महीनबन्दी देते है। 


इन बसों में हुई दुर्घटना से सैकड़ों लोगों की जनहानि हो चुकी है इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा और डग्गामार वाहनों पर शिकंजा कसने के आदेश कई बार दिए गए हैं लेकिन पुलिस के संरक्षण में डग्गामार अवैध बसें लगातार बिना परमिट चल रही है बीते वर्ष एक्सप्रेस वे पर हुए हादसों के बाद शासन ने डबल डेकर डग्गामार बसों पर सख्ती दिखाई है लेकिन मुख्यमंत्री का आदेश जसवंत नगर पुलिस का सब इंस्पेक्टर कमल किशोर शर्मा नहीं मानते है। और लगातार डग्गामार बसों को बढ़ावा दे रहे है इन बसों के चलते देर रात्रि तक जाम की स्थिति बनी रहती है। इस मामले में जब आरोपी उपनिरीक्षक को कॉल की गई तो कई बार कॉल करने व एसएमएस करने के बाबजूद उपनिरीक्षक कमल किशोर शर्मा का फोन नही उठा।

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