"जब रिश्वत के चंद रुपयों के लिए अपना ईमान बेच देते हैं"
लेकिन शायद यह रिश्वतखोर मसीहा यह भूल जाते हैं कि हमें भी मरना है और मरने के बाद कफन में जेब नहीं होती,
जी हां जब इन रिश्वतखोर मसीहाओ की रिश्वत लेते हुए काली करतूत हमारे कैमरे में कैद हुई,तब इन मसीहाओं को डर और खौफ इतना सताने लगा कहीं हमारा असली चेहरा ही दुनिया के सामने बेनकाब ना हो जाए,तब इन रिश्वतखोर मसीहाओ ने रिश्वत के लिए हुए रुपए कैमरे के सामने वापस कर दिए
जी हां यूपी के रामपुर के जिला अस्पताल में ऐसा ही रिश्वत लेने का एक ताजा मामला सामने आया है जहा अस्पताल में स्टाफ नर्स द्वारा गरीबों की जेबो पर डाका डाला जा रहा है प्रशासन बेखबर, दवाई लगाने के नाम पर लिए जाते हैं मरीजों से रुपए।
लेकिन जिला अस्पताल के आला अधिकारी मुक बधिर होकर बैठे हुए हैं मरीजों को दवाई लगाने के नाम पर उनसे मोटी रकम एंठी जाती है पैसा नही देने पर इलाज नहीं किया जाता है।
आपको बताते चलें रामपुर का जिला अस्पताल देखने में तो ताजमहल से भी ज्यादा खूबसूरत है लेकिन इसके अंदर बैठे हुए स्टाफ नर्स व कर्मचारी गरीब और मजलुमो की जेब पर डाका डाल रहे हैं इलाज के नाम पर उनसे मोटी रकम ली जाती है और पैसे नही देने पर मरीजों का इलाज नहीं किया जाता और उन्हें घर भेज दिया जाता है।
फिलहाल मीडिया के हस्तक्षेप के बाद रिश्वत खोर नर्स ने अपने आपको बचाते हुए पैसा तो हमारे कैमरे के सामने ही वापस कर दिया पर सवाल यह है कि गरीबो से पैसा दबा कर दवाइयों के नाम पर लूटा जा रहा है और सीएम एस कहते है कि उनके यहां कोई रिश्वत नही लेता। अपने डॉक्टरों ओर नर्स की हमदर्दी करने वाले सीएमएस साहब की भी मिली भगत लग रही है।
बरहाल कैमरे पर उन्होंने फॉर्मेलटी निभाने के लिए आश्वासन तो कार्यवाही का दिया है। अब इस मामले में देखना होगा किया कार्यवाही होती है।
गौरव जैन की रिपोर्ट
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