दहेज के लिये आखिर कब तक बेटियो को देनी पडे़गी अपनी जान । क्या इस पुरूष प्रधान देश मे जहाँ महिलाओ को सबसे ज्यादा सम्मान देने की बात कही जाती है तो वही जब बात दहेज की आती है तो लोग दहेज पाने के चक्कर मे बेटियो को निरन्तर प्रताडित करते रहते है । वही जब बेटी दहेज लोभियो की यातना को सहते सहते थक जाती है तो वह दहेज की बलि बेदी पर पहुंच कर अपनी जान दे देती है । कुछ इसी प्रकार की घटना आज घूरपुर थाना क्षेत्र के करमा बाजार मे घटी जहाँ निशा जायसवाल पत्नी विशाल जायवाल की संदिग्ध परिस्थियो मे कमरे मे लगे पंखे मे फाँसी के फंदे पर झूलती लाश मिली। बेटी के मौत की जानकारी होने पर मृतका की माँ के साथ साथ मृकता के भाई व बहन भी मृतका के घर पर पहुंचे । बहन को फाँसी के फंदे पर लटकता देख कर भाई सूरज जायसवाल दहाड़े मार कर रोते हु़ये कहने लगा कि उसकी बहन को उसके पति , जेठ जेठानी के द्वारा दहेज के लिये हमेशा प्रताडित किया जाता था । जिसके कारण आज उसकी बहन की यह दुर्दशा हुई । वही मृतका के दो जुडवा बच्चे है जिनकी उम्र तीन वर्ष है । मृतका के भाई के द्वारा घूरपुर थाने मे चार लोगो के नाम से लिखित शिकायत की गयी है । घटना स्थल पर पहुंची करमा पुलिस के द्वारा शव को कब्जे मे लेकर पंचनामा भरकर अंत्यपरिक्षण के लिए भेज दिया ।
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