धर्मनगरी हरिद्वार आज से ई चालान की शुरुआत की गई और साथ ही एसएसपी हरिद्वार के नेतृत्व में ई-चालान मशीनों को इस्तेमाल करने की ट्रेनिंग दी गई अब ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वालों को चालान के तौर पर कागज की स्लीप पकड़ाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ई चालान मशीन से वाहन की डिटेल और चालान संबंधी कार्रवाई की पूरी डिटेल कंट्रोल रूम के सर्वर में सेव हो जाएगी। इससे कागज बचेगा, ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को सहूलियत मिलेगी, साथ ही गैर जिम्मेदार वाहन चालकों को भी फाइन भरने के लिए कैशलेस सुविधा मिलेगी। वो अलग-अलग पेमेंट एप के जरिए चालान भर सकेंगे।
एस एस पी हरिद्वार ने बताया कि ई चालान व्यवस्था उत्तराखंड पुलिस में शुरू हो गया है ई चालान मशीनों का वितरण करते हुए इस मशीनों की ट्रेनिंग भी दी गयी है ई चालान में पहले से चालान प्रक्रिया पहले से अच्छी हो जाएगी और पुलिस का काम भी आसान हो जाएगा और पब्लिक को भी सुविधा होगी चालान काटने के समय जो आरोप लगाए जाते थे कि पुलिस ने गलत चालान किया यहाँ पकड़ा बताते थे उसके विषय मे टेक्नोलॉजी की वजह से लोकेशन भी इसमें आ जायेगी
ओर फिर चालान प्रोसेस भी ओर ट्रांसपेरेंट हो जाएगा और पब्लिक की सुविधा के हिसाब से वह केश या ऑनलाइन चालान भुगतने की सुविधा है और अपराध की रोकथाम में भी यह अच्छी मदद मिलेगी
एस एस पी हरिद्वार ने बताया कि ई चालान व्यवस्था उत्तराखंड पुलिस में शुरू हो गया है ई चालान मशीनों का वितरण करते हुए इस मशीनों की ट्रेनिंग भी दी गयी है ई चालान में पहले से चालान प्रक्रिया पहले से अच्छी हो जाएगी और पुलिस का काम भी आसान हो जाएगा और पब्लिक को भी सुविधा होगी चालान काटने के समय जो आरोप लगाए जाते थे कि पुलिस ने गलत चालान किया यहाँ पकड़ा बताते थे उसके विषय मे टेक्नोलॉजी की वजह से लोकेशन भी इसमें आ जायेगी
ओर फिर चालान प्रोसेस भी ओर ट्रांसपेरेंट हो जाएगा और पब्लिक की सुविधा के हिसाब से वह केश या ऑनलाइन चालान भुगतने की सुविधा है और अपराध की रोकथाम में भी यह अच्छी मदद मिलेगी
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