कयामत की निशानियों
में एक और निशानी पूरी हो गयी है। वह है लोगों का ईमान कमजोर हो जायेगा। जी हां अब
यह दौर चल रहा है कि लोगों का ईमान बहुत कमजोर हो गया है। मौत के डर से कोई भी कार्ये
करने को तैयार हो जाता है। चाहे वह खुदा के खिलाफ ही क्यों न हो। इस समय कोरोना वायरस
ने पूरे विश्व में तवाही मचाई हुई है। तो खुदा से न डरने बाले लोगों ने और नास्तिक लोगों ने इस वीमारी से बचने के लिए अपनी इवादत गाहों
को ही बंद करना शुरू कर दिया है। आखिर शैतान अपनी चाल में कामयाव हो गया है। षैतान
यही चाहता है कि लोग खुदा को भूल जायें और वह जैसे चाहे करें । तो आज शैतान बहुत खुष
नजर आ रहा है। क्योंकि शैतान ने कोरोना का रूप ले लिया है और ऐसी महामारी से बचने का
उसने एक उपाय लोगों को बताया है कि भीड इकठठा न करें अगर भीड इकठठी की तो वह सभी में
फैल जायेगा और फिर सभी की मौत हो जायेगी । मौत के डर से आज इंसानों ने अपनी इबादत गाहों
को ही बंद कर दिया है। चाहे वह मंदिर हों या मस्जिद या फिर गुरूद्वारे, या गिरजाघर
अब इन जगहों पर इकठठा होने पर कोरोना हो जायेगा। इसलिए हर देश की सरकारों ने इबादत
गाहों को बंद कर दिया है। जिसमें भारत देश भी शामिल हो चुका है। हमारा भारत देश धार्मिक
परम्पराओं का देश होते हुए भी। खुदा से डरने के बजाये कोराना से डर रहा है। आज जब हर
लाइलाज बीमारी का इलाज हमारे वैज्ञानिकों व हकीमों एवं वैद्यों ने खोज लिया है तो फिर
कोरोना से इतना डर क्यों है। पहले भी जब जब कौमों ने खुदा को भूला है उन कौमों को खुदा
ने तबाह कर दिया है। सभी नेस्तनाबूद हो गये। आज भी यही हो रहा है। शैतान की चाल कामयाब
हो चुकी है। शैतान ने लोगों का ईमान बहुुत कमजोर कर दिया है। तभी तो वह मौत का खौफ
दिखाकर लोगों को तरह तरह से बहका रहा है।
अगर इसी तरह हम खुदा
की नाफरमानी करते रहे तो वह दिन दूर नहीं जिसे कायमत कहते हैं। इस तरह से बहुत ही जल्द
कयामत आने बाली है। मेरा सभी से आग्रह है कि अपने खुदा को मत भूलो कोरोना से मत डरो
खुदा हर चीज पर कादिर है। वह तुम्हें कोरोना से लडने की दबा बना देगा अपने ईमान पर
कायम तो रहो। इस इम्तिहान की घडी में बहकना इंसानों के लिए अच्छा नहीं।
आपका जाहिद हुसैन
संपादक- दैनिक अच्छी खबर अखबार
एवं इंडस्ट्रीज एक्सप्रेस राष्ट्रीय हिन्दी मासिक पत्रिका
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धर्म