प्रयागराज जिले के
विकासखंड कोरांव
अंतर्गत ग्राम
सभा कपूरी
बढ़ैया में
गांव वालों
ने मिलकर
एक व्यक्तिगत
पशु बाड़े
का निर्माण
किया है।
जिसमें 45 से 50 पशु मौके पर
मौजूद हैं
। लेकिन
वहां पर
पशुओं को
ना तो
चारे की
व्यवस्था है
और ना
ही पानी
पीने की
व्यवस्था दी
गई है।
यहां पर
पशुओं को
बंदी बनाकर
रखा गया
है। जब
यहां के
ग्राम प्रधान
प्रमोद कुमार
एवं वहां
के सेक्रेटरी
प्रकाश सिंह
से बात
करने पर
पता चला
कि उस
पशु बाड़े
की जिम्मेदारी
हमारी नहीं
है। इसको
सरकार जाने
यह सरकार
की जिम्मेदारी
बनती है।
अगर देखा
जाए तो
यह एक
प्रकार से
पशु बंदी
गृह बनाया
गया है
जिसमें आए
दिन पशु
मर रहे
है। इस
पर बीडीअो
,सेक्रेटरी, एसडीएम, तहसीलदार किसी का
भी ध्यान
नहीं जा
रहा है।
पशुओं को
मरने में
ऊपर के
समस्त अधिकारियों
का काफी
ही अच्छा
योगदान दिख
रहा है
जहां माननीय
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गायों की
पूजा करते
हुए दिखते
हैं वहीं
पर आला
अधिकारी पशुओं
की दशा
पर चुप्पी
साधे बैठे
हुए हैं
और सरकार
के सपनों
को तार
तार किया
जा रहा
है। इसका
जिम्मेदार कौन है? सेक्रेटरी ,ग्राम
प्रधान, एसडीएम,
तहसीलदार या
पूरा प्रशासन
ही भ्रष्टाचार
में लिप्त
है।
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उत्तर प्रदेश