झोलाछाप डॉक्टरों का
चल रहा
है जोरों
शोरों से
गोरखधंधा एक
बार फिर
सुर्खियों में आया उत्तर प्रदेश
का जिला
लखीमपुर खीरी
में आखिर कौन
करेगा झोलाछाप
डॉक्टरों का
इलाज जनता
की जिंदगी
से कर
रहे हैं
खिलवाड़ आखिर
कब तक
झोलाछाप डॉक्टरों
से जनता
हलाल होती
रहेगी जनता
की माने
तो आखिर
योगी सरकार
झोलाछाप डॉक्टरों
पर लगाम
कब कसे
गी
जनपद लखीमपुर खीरी
में झोलाछाप
डॉक्टरों की
भरमार इस
कदर बढ़
गई है
कि चौराहे
चौराहे पर
अस्पताल खुल
गए है।
इन सबके
बीच चौकाने
वाली बात
ये है
कि इन
झोलाछाप डॉक्टरों
के पास
न ही
कोई डिग्री
है और
न कोई
खास अनुभव
इसके कारण
आये दिन
मरीजों की
जिंदगी से
खिलवाड़ हो
रहा है।
वही ये
फर्जी झोलाछाप
डॉक्टर अपने
क्लीनिक पर
फर्जी रजिस्ट्रेशन
नंबर व
फर्जी डिग्री
लिखवाकर लोगो
को गुमराह
कर रहे
हैं।
पूरा मामला जनपद
लखीमपुर खीरी
के ब्लाक
बिजुआ क्षेत्र
का है
जहां बीती
19-फरवरी को
एक मामला
प्रकाश में
आया है
यहाँ पर
एक झोलाछाप
डॉक्टर रवी
कुमार यादव
उर्फ रितेश
यादव निवासी
रमुआपुर बिजौली ने जीवन ज्योति
क्लीनिक के
नाम से
गदियाना चौराहे
पर हॉस्पिटल
खोल रखा
है और
फर्जी रजिस्ट्रेशन
नंबर भी
डाल रखा
है और
लखीमपुर खीरी
के डॉक्टर
राकेश कुमार
का नाम
भी डाल
रखा है झोलाछाप
डॉक्टर रवी
कुमार यादव
उर्फ रितेश
यादव द्वारा
एक
महिला का इलाज किया और
पड़ोसी
मेडिकल वाले से मिल कर
अब तक
सैंतालीस हजार
पांच सौ
रुपये ले
लिए सूत्रों
की माने
तो इसमे
सबसे बड़ी
चौकाने वाली
बात ये
है कि
डॉक्टर द्वारा
दवा लिखी
जाती है
और मरीज
मेडिकल पर
केवल पैसा
देता है
दवा डॉक्टर
साहब के
साथी लड़के
लेकर आते
है और
अंदर जाकर
कुछ दवा
मरीज को
लगाई जाती
है बाकी
फिर वही
दवा उसी
मेडिकल पर
वापस पहुँचा
दी जाती
है, पीड़ित
के परिजनों
ने जमीन
व जेवर
गिरही रखकर
डाक्टर को
पूरे रु0
दे दिए
डॉक्टर को
पैसा मिलने
के बाद
डॉक्टर ने
बताया कि
2 लाख रु0
जमा करो
तो में
गारंटी से
इलाज करूंगा
जिसमे चार
इंजेक्शन दिन
में व
चार इंजेक्शन
रात में
लगेंगे और
एक इंजेक्शन
की कीमत
2500 रु0 है
परिजनों के
पास पैसा
न होने
के कारण
परिजनों ने
इधर उधर
से जुगाड़
करके 47500 रुपये डॉक्टर को
देकर अपना
मरीज वहां
से लेकर
घर चले
गए ।
बताते चले ब्लाक
बिजुआ क्षेत्र
के ग्राम
मूड़ा बुजुर्ग
निवासी असर्फी
लाल अपनी
पत्नी को
लेकर पुनः
डॉक्टर के
पास
गए क्योंकि मूड़ा बुजुर्ग डॉक्टर
ने अपने
एक सदस्य
को भेजकर
कहलवाया की
आप मरीज
लेकर आओ
में इलाज
करूंगा तब
परिजन मरीज
को लेकर
पुनः गदियाना
चौराहे पर
जीवन ज्योति
क्लीनिक आये
जहां कुछ
लिखा पढ़ी
व रु0
की बात
होने पर
डॉक्टर ने
फिर मरीज
को भगा
दिया और
परिजनों से
कहा कि
तुमको जो
भी करना
हो करो
गरीब पीड़ित
असर्फी लाल
अपने मरीज
को लेकर
बिजुआ सीएचसी गए जहां प्रभारी
निरीक्षक डॉक्टर
अमित सिंह
ने सारी
जांचे व
मरीज को
देखा ।
महिला की
हालत बहुत
नाजुक
होने के कारण जिला अस्पताल
रेफर कर
दिया लेकिन
परिजनों के
पास पैसा
न होने
के कारण
वो जिला
अस्पताल नही
ले जा
सके और
वापस अपने
घर ले
आये जहां
देर रात
बीमार महिला
की मृत्यु
हो गई।
जब इस
बात की
जानकारी हमारे मीडिया
टीम ब्यूरो
संजय राठौर
को हुई
तब मौके
पर जाकर
परिजनों से
वार्ता की
जानकारी हुई
मामला सच
है जब
इस विषय
मे जानकारी
के लिए जीवन ज्योति क्लीनिक
पर डॉक्टर
रवी कुमार
उर्फ रितेश
यादव से
वार्ता की
गई तब
न वो
अपनी कोई
डिग्री दिखा
पाए न
ही कोई
सबूत दे
सके साथ
ही रु0
लेने की
पुष्टि की
लेकिन किसी
भी प्रकार
का पर्चा
नही दिखा
सके और
न ही
डॉक्टर द्वारा
ये जानकारी
दी गई
कि इतने
रु0 की
दवा चंद
घण्टो में
मरीज को
क्या दवा
दी गई
और डॉक्टर
द्वारा कौन
सी दवा
चलाई थी
जिसकी जानकारी
डॉक्टर ने
नही दी।
झोलाछाप डॉक्टरों के
बारे में
जब सीएचसी
प्रभारी अमित
सिंह से
मीडिया द्वारा
फर्जी डॉक्टरों
के बारे
में जानकारी
ली गई
की उक्त
डॉक्टर द्वारा
गरीब परिवार
को मूर्ख
बना कर
अवैध
धनउगाही की गई है तब
सीएचसी प्रभारी
निरीक्षक अमित
सिंह ने बताया
कि
मुझे अब जानकारी मिली है
ऐसे फर्जी
डॉक्टरों पर विधिक
कारवाही की
जाएगी,वही
प्रभारी निरीक्षक
अमित सिंह
ने बताया बीते कुछ माह
पहले पूरे ब्लाक
में
सभी झोलाछाप डॉक्टरों को नोटिस
जारी की
गई थी
जो पूरे
ब्लाक में लगभग
87 झोलाछाप डॉक्टर है
Tags:
उत्तर प्रदेश