भ्रष्ट रोजगार सेवक बना करोड़पति ग्रामीण ने लगाए गंभीर आरोप ₹। 2000 के मानदेय से शुरू हुआ रोजगार सेवक का कार्य आज पहुंचा करोड़ों मेंबदायूं आसफपुर। महिला सीट पर आरक्षित पुरुष लगा रोजगार सेवक 14 साल से लगातार महिला का पद खाली है लेकिन पुरुष कर रहा है रोजगार सेवक का कार्य भ्रष्ट रोजगार सेवक पर गांव के ही एक युवक ने लगाए हैं गंभीर आरोप ₹2000 के मानदेय से प्रारंभ की थी रोजगार सेवक की नौकरी आज रोजगार सेवक करोड़ रुपए का मालिक है कई प्लाट पत्नी और परिवार जनों के नाम इसके अलावा गांव में भी अच्छा मकान बनायाआसफपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत निजामुद्दीनपुर शाह में कार्यरत रोजगार सेवक अजय पर गांव के ही हेमेंद्र और कुलदीप सिंह पुत्र समर सिंह ने रोजगार सेवक अजय पर गंभीर आरोप लगाते हुए हमें बताया है कि रोजगार सेवक ने नरेगा कार्य में अपनी माता । करीबी और जो कि पुलिस में सेवा दे रहे हैं उनके नाम से भी नरेगा का पेमेंट निकाला है बैंक से पूरा रिकॉर्ड निकलवाया तो यह फर्जीवाड़ा खुला कई अपात्र के नाम पर नरेगा का रुपया निकाला गया जो लोग कभी नरेगा में कार्य ही नहीं कर सकते उन लोगों के नाम से पेमेंट निकाला गया साथ ही दो पंचवर्षीय में प्रधानों के साथ मिलकर रोजगार सेवक ने अपनी प्रधानी चलाई कुलदीप सिंह के अनुसार अजय ने चंदौसी और बिसौली में अपनी पत्नी और परिवार के लोगों के नाम प्लाट खरीदे हैं वही गांव में भी बहुत ही अच्छा मकान बनाया है अब आप स्वयं सोच लीजिए जो रोजगार सेवक ₹2000 के मानदेय से अपना कैरियर शुरू करता है और आज वह करोड़पति कैसे बन गया आसानी से समझ में आ जाएगा कुछ सालों पहले ही अपनी मां के नाम से भी नरेगा कार्यों में पेमेंट निकाल चुके हैं अजय रोजगार सेवक इसकी शिकायतें कई बार हेमेंद्र ने डीपीआरओ और एसडीएम से की यहां तक की तहसील दिवस में डीएम साहब के भी शिकायतें की हैं लेकिन रोजगार सेवक का कोई कुछ नहीं बिगाड़ पाया रोजगार सेवक हेमेंद्र से बोलता है तुम मेरा क्या कर लोगे मैं सब कुछ पैसों के बल पर कर सकता हूं जो भी जांच आएगी आएगी तो ब्लॉक पर ही करते रहो तुम मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पाओगे रोजगार सेवक की इन बातों को सुनकर ऐसा लगता है विकास भवन से लेकर तहसील और ब्लॉक पर उसके अच्छे संबंध हैं जिससे ले देकर सब कुछ निपट जाता है इस बारे में नाही वीडियो डीपीआरओ और सीडीओ कुछ भी बोलने को तैयार है क्योंकि वह कहते हैं उनके संज्ञान में भी मामला नहीं है जबकि डीपीआरओ को शिकायतकर्ता कई बार लिखित शिकायत कर चुका है आखिर भ्रष्ट रोजगार सेवक पर कैसे होगी कार्रवाई यह सोच कर शिकायतकर्ता का मनोबल टूट सा गया है क्योंकि कई बार शिकायत के बावजूद शिकायतकर्ता को कोई रिजल्ट देखने को नहीं मिला