खरगोन: खरगोन में 3 मासूम बच्चों की पानी से भरे पोखर में डूबने से मौत हो गई। बच्चे सुबह सुबह ही घर से निकल गए थे। जहां पोखर में उनके शव पाए गए। संभावना जताई जा रही है तैरने की कोशिश के दौरान डूबकर उनकी मौत हो गई।
5 फीट गहरा था गड्ढा
घटना ऊन थाना इलाके के मोठापुरा गांव की है। बच्चे घर के सामने खेल रहे थे। खेलते-खेलते वो गायत्री मंदिर के पास पेयजल टंकी निर्माण के लिए खोदे गए गड्ढे के पास पहुंच गए। ये गड्ढा है तो महज 5 फीट गहरा लेकिन पूरा पानी से भरा हुआ था। जब बच्चे स्कूल जाने के समय तक घर नहीं लौटे तो उन्हें खोजना शुरू हुआ। परिजन जब मंदिर के पीछे पहुंचे तो गड्ढे में उनके शव बरामद हुए।
मजदूरी करते हैं परिजन
वंश के पिता रविंद्र की माने तो वे सुबह से मजदूरी पर गए हुए थे। घर से फोन आने पर जानकारी लगी कि बच्चे स्कूल का समय होने पर भी घर नहीं लौटे थे। उनकी तलाश शुरू की। बच्चों के जूते और चप्पलें गायत्री मंदिर के पीछे वाले गड्ढे के बाहर मिलीं। तीनों मासूम बच्चे आपस में रिश्तेदार हैं। जिनमें प्रितेश और वंश दो भाइयों के बच्चे हैं। वहीं तीसरा बच्चा उनके मामा का लड़का था। तीनों मासूम तीसरी से सातवीं कक्षा के छात्र थे।
निर्माण एजेंसी पर कार्रवाई करेगी पुलिस
खरगोन एसपी धरमवीर सिंह ने बताया कि मरने वाले बच्चों में विक्रम पिता घनश्याम, वंश पिता रविंद्र और प्रीतेश पिता रामलाल शामिल हैं। टंकी निर्माण के दौरान जिस एजेंसी ने गड्ढे को खुला छोड़ा उसके खिलाफ जांच कर कार्रवाई की जाएगी। लापरवाह एजेंसी या जो भी दोषी होगा उस पर एक्शन लिया जाएगा।
शिव कुमार संवाददाता दैनिक अच्छी खबर मध्य प्रदेश