सीएमओं के रहमोंकरम पर एटा में चल रहे है सैकडो पैथोलॉजी लैब
सूचना के अधिकार तहत मॉगी गई सूचना में एटा में मात्र चार पैथोलॉजी लैब रजिस्टर्ड
एटा। जनपद में मीडिया द्वारा लगातार स्वास्थ्य विभाग की अनियमितताओं और घोटालों की खबरें लगातार प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में प्रकाशित हो रही है। जिनमें जनपद एटा में अवैध रूप से चल रहे नर्सिग होम,फजी क्लीनिक,झोला छाप डाक्टर एवं अवैध रूप से चलने वाली पैथोलॉजी लैब के बारे में खबरें प्रकाशित कर प्रदेश के मुखिया योगी जी एवं स्वास्थ्य मंत्री,प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को जानकारियॉं देने का कार्य किया। लेकिन एटा के सीएमओ की हठधर्मिता और इन फर्जी नर्सिग होम पैथोलॉजी ,छोलाझाप डाक्टरों से मिलने वाले सुविधा शुल्क (महीनादारी) के चलते वेखौफ चलने वाले नर्सिग होमों पर कार्यवाही नही की जाती है। जबकि इन अवैध रूप से चलने वाले नर्सिंग होमों की लापरवाही के चलते कई मरीजों मौत तक हो चुकी है। बताते चलें कि पहले तो इन पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती है। लेकिन ज्यादा दवाव होता तो दिखावटी रूप से छापामारी कर इतिश्री कर दी जाती है। क्या उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जी और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक एटा जनपद में होने वाले स्वास्थ्य विभाग में घोटालों और अनियमितताओं की जॉंच कराकर कोई ठोस कार्यवाही करेगें या फिर चॉंदी की चमक में शान्त हो जायेगें।