भोपाल शहर मैं एक चोरी का मामला सामने आया है जिसमें 160 साल पुरानी ऐतिहासिक मोती मस्जिद के गुंबद पर चढ़कर कलश चोरी करने वाले युवक को भोपाल पुलिस ने बीस दिन की मेहनत के बाद नेपाल बॉर्डर से लगे बिहार के अगरिया जिले से गिरफ्तार कर लिया है। उसने कलश सोने का समझकर चोरी किया था लेकिन जब उसे पता चला कि सोने का नहीं है तो उसे सेंट्रल लाइब्रेरी के पीछे नाले में फेंक दिया था। पुलिस के मुताबिक 6 अक्टूबर की रात मोती मस्जिद के गुंबद से अज्ञात व्यक्ति ने कलश चोरी कर लिया था। चौकीदार मोहम्मद लाइक की शिकायत पर थाना तलैया में चोरी का केस दर्ज हुआ था। आरोपी की तलाश में थाना तलैया, थाना कोतवाली और क्राइम ब्रांच की टीम लगी थी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की तलाश की जा रही थी।

आरोपी की पहचान इस्लामपुरा तलैया निवासी अंजार अख्तर उम्र 19 वर्ष के रूप में हुई थी। वह इस्लामपुरा में अपने दो भाइयों के साथ पिछले 4 महीने से जाकर मजदूरी कर रहा था। पहचान होने के बाद टीम अगरिया,बिहार भेजी गई थी। टीम ने घेराबंदी कर अंजार अख्तर को गिरफ्तार किया।

पुलिस ने आरोपी को बिहार में नेपाल बॉर्डर से पकड़ा

अंजार का अगरिया से भोपाल आना जाना रहता है। भोपाल में उसके दो भाई मजबूरी करते हैं। जब उन्हें पता चला कि अंजार ने मस्जिद से कर चोरी किया है तो उन्होंने उसको बोला कि गलत काम किया है घर वापस चला जा। अंजार को भी पता चला कि कलश सोने का नहीं है तो वह उसे नाले में फेंककर बिहार चला गया था। इसी बीच उसके भाइयों ने भी इस्लामपुरा का घर खाली कर दिया था।

जेसीबी से 4 घंटे में नाले से बरामद किया कलश

अंजार की निशानदेही पर पुलिस ने जेसीबी की मदद से सेंट्रल लाइब्रेरी के पीछे नाले से 4 घंटे की मशक्कत के बाद कलश बरामद किया हैं। अंजार रात करीब 3:00 बजे रेत घाट तरफ वाले रास्ते में बनी दुकान के पास से मस्जिद में घुसा था। जब वह घुसा था तब लाइट नहीं थी लेकिन वापसी के समय सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गया।इस मामले में औकाफे शाही की मुतवल्ली सबा अली खान पटौदी ने पुलिस अफसरों का आभार माना है।

शिव कुमार संवाददाता दैनिक अच्छी खबर मध्य प्रदेश

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