भोपाल. बैरसिया सत्र न्यायाधीश ज्ञानेश्वरी ने 10 वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म मामले में बड़ा फैसला सुनाते हुए आरोपी प्रेम सिंह दांगी को मृत्यु उपरांत उम्रकैद की सजा सुनाई है। आरोपी प्रेम सिंह दांगी बैरसिया के ग्राम हिरण खेड़ी का निवासी था और तरावली स्कूल में पढ़ाने जाता था। दो साल पहले जब पीड़िता प्रेम सिंह के घर में लगे ट्यूबवेल में पानी भरने गई उस वक्त आरोपी ने बालिका के साथ दुष्कर्म किया था। पीड़िता ने परिजनों के साथ 10 सितंबर को बैरसिया थाने में मामला दर्ज करवाया था। मामले में विशेष लोक अभियोजन अधिकारी आशीष तिवारी और श्रीमती संघमित्रा सिंह ने पैरवी की।
ब्लीडिंग हुई तो मां डॉक्टर के पास ले गई
भोपाल के बैरसिया में 5वीं की 10 वर्षीय छात्रा से पड़ोस में रहने वाले 50 साल के शिक्षक ने दुष्कर्म किया था। लड़की आरोपी के घर पानी लेने जाती थी। आरोपी पानी देने के बदले में उसके साथ गलत काम करता था। उसने पहली बार 3 मार्च को हरकत की। फिर 9 सितंबर को उसके साथ गलत काम किया। बच्ची को ब्लीडिंग हुई तो उसकी मां ने समझा कि पीरियड आया होगा। सप्ताह भर बाद भी ब्लीडिंग बंद नहीं हुई तो परिजन डॉक्टर के पास ले गए।
टीचर ने पानी के बदले छात्रा से किया रेप
डॉक्टर ने परिजनों से दुष्कर्म की आशंका का जिक्र किया। इस पर मां ने बेटी से इसको लेकर बात की। शिक्षक की धमकी से डरी-सहमी बच्ची कुछ भी बताने को तैयार नहीं थी, लेकिन महीने भर बाद उसने रोते हुए पूरी कहानी बताई। इसके बाद परिवार वालों ने बैरसिया थाने में FIR दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था।
शिक्षक 10 साल की लड़की से करता रहा दुष्कर्म
जानकारी के मुताबिक, लड़की के घर के पास शासकीय स्कूल का टीचर प्रेम सिंह दांगी का मकान है। दांगी ने अपने घर में पानी लाने के लिए खेत के ट्यूबवेल से पाइपलाइन बिछा रखी थी। वह मोहल्ले के लोगों को भी पानी देता है। बच्ची भी उसके घर से पानी लेने जाती थी। वह 3 मार्च को वह पानी भरने गई तो शिक्षक ने गंदी हरकत कर दी। इसके बाद बच्ची इतनी डर गई कि उसने पानी लेने जाना बंद कर दिया। तीन-चार दिन बाद आरोपी ने बच्ची को फिर लालच देकर पानी भरने के लिए राजी कर लिया। मासूम उस पर भरोसा कर पानी लेने जाने लगी। बच्ची 9 सितंबर को पानी भरने के लिए गई, तभी आरोपी ने उसे बाथरूम में बंद कर लिया और उसके साथ गलत काम किया था।
शिव कुमार संवाददाता दैनिक अच्छी खबर मध्य प्रदेश