भिंड की देहात थाना पुलिस ने एक अंधे कत्ल का पर्दाफाश किया है भिंड में रहने वाले एक ऑटो चालक संजय बघेल की हत्या 1 अक्टूबर को होती है। हत्या की स्क्रिप्ट पत्नी व उसके प्रेमी ने तैयार की थी। एक दिन ऑटो चालक की पत्नी गुजरात से प्रेमी को बुलाती है रात में खाना खाने में पति को नशीला पदार्थ देकर बेहोश करती है। फिर प्रेमी के साथ समय बिताती है। इसके बाद पत्नी तकिए से पति का मुंह दबाती है। प्रेमी छाती पर बैठकर पत्थर से ऑटो चालक की हत्या कर देता है। फिर मृतक के कपड़े आरोपी पहनता है फिर ऑटो में शव को रख रात के अंधेरे में ले जाता है शहर की सड़क पर ऑटो पलट कर हादसा दर्शाता है। प्रथम दृष्टया यह सब हादसा होना माना जाता है परंतु जिस जगह आरोपी द्वारा ऑटो पलटा जाता है वहां दूर एक सीसीटीवी कैमरा लगा होता है इस सीसीटीवी कैमरे में ऑटो पलटने की घटना कैद होती है हादसे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंचती है देहात थाना प्रभारी विनोद सिंह कुशवाह ने पूरी घटना को शक की दृष्टि से देखा और उनकी नजर सीसीटीवी कैमरे पर पड़ती है इसके बाद सीसीटीवी कैमरे को पुलिस द्वारा करीब डेढ़ सौ बार देखा जाता है तब कहीं पुलिस का संदेह गहराता है सीसीटीवी कैमरे में एक व्यक्ति द्वारा ऑटो पलटना दिखाया जाता है। इसके बाद पीएम रिपोर्ट में धारदार हथियार से हमला किया जाना आता है। यह पूरी कहानी क्राइम पेट्रोल सीरियल की तरह होती है जिसका पर्दा उठते ही मृतक के परिवार जन आश्चर्य में पड़ जाते हैं।
दरअसल 1 अक्टूबर के मिहोनी गांव का रहने वाला संजय उम्र 31 वर्ष पुत्र अजमेर सिंह बघेल भिंड के वीरेंद्र नगर में किराए के मकान में रहता था।संजय पैसे से ऑटो चालक था वह अपनी पत्नी नारायणी व तीन बच्चों के साथ रह रहा था ऑटो चालक संजय को अपनी पत्नी पर शक था। उसके दूर का रिश्तेदार तहसीलदार पुत्र रामसनेही बघेल और उसकी पत्नी का प्रेम प्रसंग चल रहा था। इस शक को लेकर आए दिन वो मारपीट और प्रताड़ित करता था इसी बात से खफा होकर पत्नी नारायणी व उसके प्रेमी ने संजय को रास्ते से हटाने का प्लान तैयार किया। आठवीं फेल तहसीलदार बघेल गुजरात में रहकर कलर का काम करता था। ये महिला पति को रास्ते से हटाने के लिए प्रेमी के संग मिलकर करीब डेढ़ महीने से प्रधान तैयार कर रही थी।
ऐसे किया पति का अंत
संजय की पत्नी नारायणी देवी व उसका प्रेमी तहसीलदार सिंह बघेल लगातार फोन पर नंबर बदल बदल कर संपर्क में रह रहे थे। दोनों ने मर्डर की पूरी स्क्रिप्ट तैयार कर ली थी। प्लान के मुताबिक नारायणी का प्रेमी तहसीलदार सिंह बिना किसी को सूचना दिए 30 सितंबर को गुजरात से आता है। वह अपने गांव में न जाकर पूरे समय भिण्ड में रहता है। इधर नारायणी देवी ने शाम के समय पति संजय को खाने में नशीला पदार्थ खिला देती है। जिससे वह बेहोश हो जाता है। रात के समय संजय गहरी नींद में सो जाता है। इसी समय नारायणी देवी मौका पाकर प्रेमी तहसीलदार को फोन करके घर में बुला लेती है। घर में पति के अलावा तीनों बच्चे सो रहे थे। प्रेमी संजय के आने पर दोनों दूसरे कमरे में गए और सेक्स संबंध बनाए इसके बाद महिला ने पति का तकिए से मुंह दबाया तभी प्रेमी पत्थर लेकर आया और संजय की छाती पर बैठकर सिर पर हमला किया जिससे संजय की मौत हो गई। इसके बाद आरोपी तहसीलदार को नारायणी देवी ने मृतक के कपड़े दिए जिससे उसने पहन लिए। इसके बाद शव को ऑटो में रखवा कर निकल वाया।आरोपी तहसीलदार सिंह ऑटो से मृतक की बॉडी दूर फेंकने जा रहा था। परंतु रास्ते में ऑटो खराब होने पर बंद हो गया। इसके बाद ऑटो स्टार्ट नहीं हुआ इसी समय ऑटो को धक्का देते हुए रात के करीब ढाई से तीन बजे के बीच आरोपी नाले में पलट कर हादसा दर्शा देता है ऑटो पलटने की घटना दूर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो जाती है। हादसे की सूचना मिलते ही भिंड की देहात पुलिस पहुंचती है प्रथम दृष्टया मामला सड़क हादसे का प्रतीत होता है पुलिस शव का पीएम कराती है घटनास्थल से दूर सीसीटीवी को देख देहात थाना प्रभारी विनोद सिंह कुशवाह सीसीटीवी फुटेज निकलवाते हैं सामान्य तौर पर सीसीटीवी फुटेज में रात का अंधेरा होने से कुछ समझ में नहीं आता है बार-बार फुटेज देखने पर ऑटो के पास एक व्यक्ति दिख जाता है जो कि ऑटो पलटते समय कुछ करता दिखता है।यहीं से पुलिस का शक गहराता है और पुलिस ने अपनी जांच की गति बढ़ा दी।
शोक में डूबा परिवार बोला साहब हादसा है अब परेशान मत करो
इस पूरे मामले में पुलिस ने जब पीएम रिपोर्ट में धारदार हथियार से हमला होना आता है तो शक यकीन में बदलता है। इसके बाद जब भी पुलिस संजय के परिवार जन से बातचीत करने जाए तो शोक में डूबा परिवार का कहना होता है कि मेरा बेटा हादसे में मरा है आप परेशान बेकार में कर रहे हैं।घटना वाले दिन मृतक का बड़ा भाई ओम प्रकाश बघेल भी ड्यूटी से वापस आता है ओम प्रकाश बघेल इंडियन आर्मी का जवान है जब उससे बातचीत की तो उसने भी यही बात कही इसके बाद थाना प्रभारी ने आर्मी जवान को विश्वास में लिया और हत्या की कड़ियां जोड़ना दिखाया हत्या की पुष्टि होने पर पुलिस ने मृतिका के प्रेमी तहसीलदार की तलाश की। तहसीलदार हत्याकांड को अंजाम देकर सीधा गुजरात चला जाता है। पुलिस ने आरोपी की तलाश में गुजरात में दबिश दी परंतु वो नहीं मिलता है। भिंड पुलिस हत्या करने वाले आरोपी की तलाश पूरी करने में सफल हो जाती है जब पुलिस के हत्यारोपी आता है तो वह पूरी घटना कबूल कर लेता है।
तकिया के अंदर से निकले खून से रंगे कपड़े
इसके बाद 20 अक्टूबर की सुबह करीब 7:00 बजे देहात थाना पुलिस संजय के घर पहुंचती है यहां पुलिस द्वारा मृतक की पत्नी नारायणी को उठाया जाता है तो परिवार के सदस्य एक बार फिर से विरोध करते हैं जब पुलिस ने परिवार को विश्वास में लिया के पूरी घटना के बारे में एक बार बातचीत करेंगे दोष ना होने पर छोड़ दिया जाएगा। दोपहर करीब 10:00 बजे एक बार फिर से नारायणी आने को लेकर देहात थाना पुलिस उसके घर ले जाती है घर के अंदर तकिया में हत्या के समय आरोपी द्वारा मृतक के कपड़े बरामद करती है। ये कपड़े नारायणी ने तकिए में छुपा कर रखे थे जो कि खून से रंगे थे। यह सब देख संजय के परिवार वालों को भी विश्वास हो गया कि भाई के मर्डर में उसकी पत्नी शामिल है।
शिव कुमार संवाददाता दैनिक अच्छी खबर मध्य प्रदेश