स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से नगर में अवैध अस्पतालों के साथ साथ झोलाछाप डॉक्टर भी खूब फल फूल रहे हैं यह बता दें 1 महीने पूर्व सीएमओ से अस्पतालों की और डॉक्टरों की शिकायत की गई थी पीड़ितों द्वारा अल्ट्रासाउंड सेंटर भी उसमें शामिल है सीएमओ ने डायरेक्ट प्रार्थना पत्र ना लेकर रजिस्ट्री करने को कहा पीड़ितों ने रजिस्ट्री भी कर दी लेकिन अब तक ना ही उन अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर और ना ही झोलाछाप डॉक्टर पर कोई कार्रवाई की गई है इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की तरफ से और अग्निशमन विभाग की तरफ से अभियान चलाकर अस्पतालों को फायर बिग्रेड की एनओसी लेने के लिए नोटिस भी दिए गए थे लेकिन कितनों ने नोटिस को प्राप्त किया और अपने यहां फायर की सुविधा उपलब्ध करा ली यह कोई जानकारी देने को तैयार नहीं है ना ही मुख्य अग्निशमन अधिकारी और ना ही सीएमओ कुल मिलाकर कि अभियान सिर्फ दिखावे के लिए चलाए जा रहे हैं हम आपको बता दें जिनका अपना घर ही सुरक्षित नहीं वह दूसरों का घर क्या सुरक्षित करेंगे यह जीता जागता प्रमाण आप इस स्क्रीन पर देख रहे हैं यह है बदायूं का महिला अस्पताल काफी रुपया इस अस्पताल में लगाया गया है लेकिन इस अस्पताल में फायर बिग्रेड की भी सुविधा पूर्ण नहीं है सभी उपकरण खराब पड़े हैं कहीं बॉक्स खराब पड़े हैं तो कहीं बाल । स्मोकिंग अलार्म मी सभी खराब पड़े हैं अगर किसी तरह की कोई घटना होती है तो शायरन कैसे बोलेगा जब अलार्म चालू ही नहीं आखिर सीएमओ साहब क्या निरीक्षण करते हैं अस्पतालों का जिला अस्पताल की बात करें तो वहां एक दर्जन लगभग 108 और 102 एंबुलेंस कंडम हुई सड़ रही हैं वही जगह जगह पर गंदगी भी है और जो मेन हैंडपंप है वह भी खराब है अब रोगी को पानी की जरूरत हो तो यह हैंडपंप का नजारा देख रहे हैं इसमें पानी ही नहीं निकलता है यहां यह भी बता दें मुख्य अग्निशमन अधिकारी और सीएमओ ने जिला महिला अस्पताल की फायर व्यवस्था पर भी वाइट देने से साफ इनकार कर दिया और आगे सही कराने के लिए आश्वासन दिया ऐसे ही आश्वासन से काम चलता रहेगा लोगों की जान को खतरा बना हुआ है कभी कोई हादसा होता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा वही कलेक्ट्रेट में बनी बिल्डिंग में भी फायर व्यवस्था में कई अनियमितताएं पाई गई हैं कहीं बाल बंद है तो कहीं पाइप नहीं है वही बिल्डिंग के अंदर कोई भी नहीं बिल्डिंग के बाहर पाइप लाइन को दर्शाया गया है अगर इन दोनों बड़ी बिल्डिंग में कोई घटना घटित हो जाए तो उसका आखिर जिम्मेदार कौन यह बहुत बड़ा सवाल बना हुआ है अधिकारियों के कान पर जूं नहीं रेंगती शिकायत कर्ताओं को दौड़ा देते हैं आखिर इसका कारण क्या है क्या योगी सरकार इस तरह से सफल हो सकेगी अब कब तक ही अग्निशमन व्यवस्थाएं ध्वस्त होती हैं इन बिल्डिंग में यह हम आगे अगली रिकॉर्ड में दिखाएंगे तब तक बने रहिए हमारे साथ

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